आजकल हर काम के लिए लोग Google पर सर्च करते हैं। चाहे जानकारी ढूंढनी हो या फिर सरकारी विभागों का संपर्क करना हो। लेकिन सावधान हो जाइए, क्योंकि इंटरनेट पर फर्जी नंबरों और ठगों की भरमार है। ऐसा ही एक मामला दिल्ली में सामने आया है, जहां एक बुजुर्ग डॉक्टर Google से सर्च किए गए सरकारी विभाग के नंबर पर कॉल करके 10 लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गए।
क्या हुआ?
दिल्ली के वेस्ट विनोद नगर इलाके में रहने वाले 72 वर्षीय डॉक्टर को भारत सरकार के एक विभाग का फोन नंबर ढूंढना था। उन्होंने Google पर सर्च किया और जो नंबर मिला, उस पर कॉल कर दिया। फोन उठाने वाले शख्स ने खुद को सरकारी अधिकारी बताया और डॉक्टर को एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा। इस दौरान उसने डॉक्टर से उनकी निजी जानकारी भी हासिल कर ली।
डॉक्टर कैसे बने शिकार?
साइबर अपराधी ने बड़ी चालाकी से डॉक्टर को अपने झांसे में लिया। उसने डॉक्टर को भरोसा दिलाया कि वह सरकारी अधिकारी है और ऐप डाउनलोड करना जरूरी है। ऐप डाउनलोड करने के बाद, उसने डॉक्टर से उनके बैंक खाते और UPI जैसी जानकारी हासिल कर ली।
नुकसान
इस घटना के चार दिन बाद डॉक्टर को पता चला कि उनके बैंक खाते से 10 लाख रुपये गायब हो गए हैं। उन्होंने तुरंत ईस्ट जिला साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस अब फोन नंबर और बैंक खातों के जरिए ठगों का पता लगा रही है।
सीख
यह घटना हमें सिखाती है कि Google से मिले किसी भी नंबर पर भरोसा नहीं करना चाहिए। सरकारी विभागों से संपर्क करने के लिए हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या फिर हेल्पलाइन नंबर का इस्तेमाल करें। अपनी निजी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर न करें, खासकर जब बात बैंक खाते या UPI जैसी संवेदनशील जानकारी की हो।
बैंक या सरकारी विभाग आपसे बैंक खाते की जानकारी और ओ टी पी नहीं मांगता है |